इंग्लिश बीपी पिक्चर
बीपी (BP) पिक्चर से आपका तात्पर्य रक्तचाप (Blood Pressure) पिक्चर से है। रक्तचाप का मापन दो मानों से किया जाता है: सिस्टोलिक और डायस्टोलिक। इसे आमतौर पर mmHg (मिलीमीटर ऑफ़ मर्करी) में मापा जाता है।
डायस्टोलिक रक्तचाप (निचला मान): यह तब मापा जाता है जब हृदय विश्राम की स्थिति में होता है, अर्थात् धड़कने के बीच की अवधि।
सामान्य रक्तचाप रेंज:
- सामान्य: 120/80 mmHg से कम
- उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) चरण 1: 130-139/80-89 mmHg
- उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) चरण 2: 140/90 mmHg या अधिक
- संकटमय उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन क्राइसिस): 180/120 mmHg या अधिक (यह एक आपात स्थिति है और त्वरित चिकित्सीय ध्यान की आवश्यकता है)
रक्तचाप मापन करने का तरीका:
- मापन यंत्र: आपको एक स्फिग्मोमैनोमीटर (रक्तचाप मापने का यंत्र) और स्टेथोस्कोप की आवश्यकता होगी।
- बैठने की स्थिति: आराम से बैठ जाएं, और आपका हाथ हृदय की ऊंचाई पर होना चाहिए।
- कफ बांधना: बांह के ऊपरी भाग पर कफ बांधें और इसे कस लें।
- पंप करना: कफ को पंप से फुलाएं जब तक कि स्फिग्मोमैनोमीटर पर दबाव 180 mmHg तक न पहुंच जाए।
- धीरे-धीरे हवा छोड़ना: धीरे-धीरे हवा को छोड़ते हुए, स्टेथोस्कोप का उपयोग करके कफ के नीचे की ध्वनियों को सुनें।
सुनने की प्रक्रिया:
- जब आप पहली ध्वनि सुनें, तो यह सिस्टोलिक दबाव है।
- जब ध्वनियां बंद हो जाती हैं, तो यह डायस्टोलिक दबाव है।
रक्तचाप को नियंत्रित करने के सुझाव:
- स्वस्थ आहार: संतुलित और कम सोडियम वाला आहार लें।
- व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि करें।
- धूम्रपान और शराब: धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन कम करें।
- तनाव प्रबंधन: तनाव कम करने के उपाय अपनाएं जैसे योग और मेडिटेशन।
यदि आप उच्च रक्तचाप की समस्याओं से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। उच्च रक्तचाप का समय पर और सही उपचार बहुत महत्वपूर्ण है।
Post a Comment